रूही आखिरकार समझ जाती है कि नाहर और समर्थ पर वशीकरण का असर हो रहा है और उसने इसे खत्म करने का फैसला किया। वह नाहर को एक चंचल पल में बहला-फुसलाकर एक कमरे में ले जाती है और दरवाजा बंद कर देती है। रूही ठान लेती है कि जब तक वशीकरण खत्म नहीं होगा, वह नाहर को बाहर नहीं आने देगी। अब देखना होगा कि क्या रूही अपनी इस कोशिश में कामयाब होगी या कोई नई मुश्किल उसका रास्ता रोकेगी?